दुनिया के सबसे ऊंचे पेड़ का नाम हाइपरियन है. इसकी खोज साल 2006 में की गई थी. एक कपल ने इसे खोज निकाला था. इस पेड़ का नाम ग्रीक पौराणिक कथाओं से लिया है. दिलचस्प बात ये है कि ये काफी ऊंचा है इसके बावजूद इसकी कोई पगडंडी नहीं है.
आपने खूब ऊंचे-ऊंचे पेड़ देखे होंगे. लेकिन आपने कुतुब मीनार से भी ऊंचा पेड़ देखा है. जी हां, हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे ऊंचे पेड़ के बारे में जिसकी ऊंचाई 115.85 मीटर के करीब है. यानी ये ऊंचाई इतनी ज्यादा है कि इसके सामने कुतुब मीनार और स्टेज्यू ऑफ लिबर्टी में छोटे नजर आएंगे.
दुनिया के सबसे ऊंचे पेड़ का नाम हाइपरियन है. इसकी खोज साल 2006 में की गई थी. एक कपल ने इसे खोज निकाला था. इस पेड़ का नाम ग्रीक पौराणिक कथाओं से लिया है. दिलचस्प बात ये है कि ये काफी ऊंचा है इसके बावजूद इसकी कोई पगडंडी नहीं है.
115.85 मीटर की ऊंचाई की वजह से इस पेड़ के नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. इसे दुनिया के सबसे ऊंचा पेड़ माना जाता है. ये कैलिफोर्निया के नेशनल पार्क में मौजूद है, ये इतना ऊंचा है कि दूर से ही इसे देखा जा सकता है.
जानकारी के मुताबिक, नेशनल पार्क में जाने वाले लोगों को इस पेड़ के करीब जाने पर पाबंदी है. कहा जाता है कि अगर इस पेड़ के करीब कोई जाता है तो उसे 6 महीने की जेल की सजा हो सकती है. साथ ही उसे 4 लाख रुपये का जुर्माना भी देना पड़ सकता है.
क्या है इस पडे़ की खासियत?
ये पेड़ एक साल में करीब 700 किलोग्राम ऑक्सीजन देता है. यही नहीं, पूरे वर्ष के दौरान ये पेड़ करीब 20 टन कार्बन डाइऑक्साइड अपने अंदर समाहित कर लेता है. इसके अलावा ये पेड़ 20 किलो धूल भी सोखता है.
वाटर फिल्टर के रूप में काम करता है ये पेड़!
इस पेड़ के नीचे गर्मी के मौसम में भी तापमान गिरकर 4 डिग्री तक पहुंच जाता है. हाइपरियन नाम का ये पेड़ एक साल में करीब 1 लाख वर्ग मीटर तक गंदी हवा फिल्टर करता है.