डाकघर आवर्ती जमा योजना: अगर आप भी अपनी गाढ़ी कमाई को ऐसी जगह निवेश करना चाहते हैं, जहां आपको बंपर फायदा मिले तो यह जानकारी आपके काम की है। आइए आज हम आपको पोस्ट ऑफिस की एक ऐसी स्कीम के बारे में जानकारी देते हैं जो आपका पैसा 10 गुना लौटा देगी।
पोस्ट ऑफिस की ये स्कीम है बंपर मुनाफा, 10 हजार वाले को मिलेंगे 16 लाख
डाकघर आवर्ती जमा योजना: अगर आप भी अपनी गाढ़ी कमाई को ऐसी जगह निवेश करना चाहते हैं, जहां आपको बंपर फायदा मिले तो यह जानकारी आपके काम की है। आइए आज हम आपको पोस्ट ऑफिस की एक ऐसी स्कीम के बारे में जानकारी देते हैं जो आपका पैसा 10 गुना लौटा देगी। पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में निवेश करने से आपको काफी फायदा मिलेगा और आपको अपने पैसे पर अच्छा रिटर्न मिलेगा। जमा किए गए पैसों पर आप लोन भी ले सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट स्कीम में आप महज एक सौ रुपए के निवेश से शुरुआत कर सकते हैं। इसमें आप पांच साल तक पैसा बचा सकते हैं। यह आपको प्रति वर्ष 5.8% ब्याज अर्जित करता है। साथ ही, चक्रवृद्धि ब्याज की गणना हर तीन महीने में की जाती है।
पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट की मैच्योरिटी पांच साल की होती है। यानी पैसा पांच साल के लिए लॉक हो जाता है। पांच साल बाद भी आप इसे पांच साल के लिए फिर से बंद कर सकते हैं। अगर आप इस योजना में हर महीने 10 हजार रुपए निवेश करते हैं तो मैच्योरिटी के वक्त आपको 16 लाख रुपए मिलते हैं। इस खाते में न्यूनतम निवेश 100 रुपये है, अधिकतम आप कितनी भी राशि निवेश कर सकते हैं।
यदि आप प्रति माह 10000 रुपये जमा करते हैं तो पांच साल बाद आपको गारंटी फंड के रूप में 6,96,968 रुपये वापस मिलेंगे। उसके ऊपर आपको 96,968 रुपये का ब्याज मिलेगा। इस राशि में से छह लाख रुपये वह राशि है जो आपने जमा की है और बाकी ब्याज है।
पांच साल बाद अगर आप इसे दोबारा पांच साल तक होल्ड करते हैं तो आपको 16,26,476 रुपये का गारंटीड रिटर्न मिलेगा। 12 लाख रुपये आपका निवेश है और शेष 4,26,476 रुपये ब्याज राशि है। इस तरह पोस्ट ऑफिस की आइसक्रीम में हर महीने दस हजार रुपये निवेश कर आप 16 लाख का फंड इकट्ठा कर सकते हैं.
इस योजना में आपको लोन की सुविधा भी प्रदान की जाती है। इस योजना में कम से कम 12 किश्तों का भुगतान करने पर आपको 50% तक का लोन आसानी से मिल जाता है। डॉन आप आसान किश्तों में या एक बार में भी भुगतान कर सकते हैं। इस कर्ज पर लगने वाली ब्याज दर आरडी ब्याज से दो फीसदी अधिक होगी।