दो महीने की कड़ी मेहनत से तैयार हुए इस हीरे को प्रधानमंत्री ने अमेरिका की प्रथम महिला को दिया तो सूरत के उद्यमियों ने खुश होकर इसे सूरत के लिए गौरव की बात मानी।
सूरत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय अमेरिका दौरे पर हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की प्रथम महिला जिल बिडेन को 7.5 कैरेट का हीरा उपहार में दिया है । प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की आजादी और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में अमेरिका की प्रथम महिला जिल बिडेन को 7.5 कैरेट का हीरा उपहार में दिया है। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया यह हीरो सूरत में तैयार किया गया है.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस में संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन और प्रथम महिला जिल बिडेन ने स्वागत किया। दो महीने की कड़ी मेहनत से तैयार यह हीरा प्रधानमंत्री ने अमेरिका की प्रथम महिला को दिया और सूरत के कारोबारियों ने इस पर खुशी जताई और इसे सूरत के लिए गौरव की बात बताई.
अत्याधुनिक तकनीक से तैयार इस हीरे के बारे में सांसद दर्शना जरदोश ने ट्वीट किया है. उन्होंने पीएम के तोहफे को प्रयोगशाला में तैयार हीरों के क्षेत्र में भारत की उन्नत तकनीक का प्रतीक बताया.
Hon'ble PM Shri @narendramodi ji gifts a lab-grown 7.5-carat green diamond to US First Lady @DrBiden.
Surat known as the Diamond City is a pioneer for lab-grown diamonds. 💎
This gift by our Hon’ble PM is a symbol of India's cutting-edge technology in the field of lab-grown… pic.twitter.com/EPo9ydApxz
— Darshana Jardosh (@DarshanaJardosh) June 22, 2023
हीरो को सूरत में ही तैयार किया गया था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उपहार में दिया गया हीरा सूरत की ग्रीन लैब डायमंड कंपनी में तैयार किया गया था। लैब में तैयार हीरे को बनाने में करीब 2 महीने का समय लगने की बात कहते हुए स्मित पटेल ने कहा कि इसकी पॉलिशिंग का काम सूरत में ही किया गया था. यह हमारे लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री ने सूरत से यह हीरा अमेरिका की प्रथम महिला को दिया। यह न सिर्फ हमारे लिए बल्कि इंडस्ट्री और शहर के लिए भी गर्व की बात है।
हीरो आत्मनिर्भरता की मिसाल है
हीरो बनाने वाले ग्रीन लैब के स्मित पटेल ने कहा, यह हमारे देश की आत्मनिर्भरता का संदेश देता है. आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 7.5 कैरेट का हीरा बनाया गया है। सीवीडी तकनीक को पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना पूरी तरह से सौर ऊर्जा आधारित प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला में विकसित किया गया है। यह एक खदान से निकलने वाले हीरे की तरह है। इन हीरों के उत्पादन से प्रकृति को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
इसमें दो महीने लग गए
देश में प्रयोगशाला में विकसित हीरा उद्योग लाखों लोगों को रोजगार देने में सक्षम हैं। उस समय आत्मनिर्भर भारत का सपना देखने वाले प्रधानमंत्री मोदी को यह हीरा देकर वैश्विक मंच पर भारत के आभूषणों का लोहा मनवाया है। लैबग्रोन हीरों का बाज़ार बहुत बड़ा है। उद्योगपतियों का मानना है कि प्रधानमंत्री ने इस तकनीक से बना हीरो देकर इस उद्योग को बढ़ावा दिया है.