दुनियाभर में रहस्यों की कमी नहीं है. आज भी पृथ्वी पर ऐसे तमाम रहस्य मौजूद हैं जिनके बारे में कोई नहीं जानता. समय समय पर ऐसे तमाम रहस्यों से शोधकर्ता पर्दा हटाते रहते हैं. ऐसे ही एक रहस्य की खोज साल 2017 में तुर्की में की गई थी. जब शोधकर्ताओं को एक झील में एक प्राचीन महल मिला था. दरअसल, पुरातत्वविदों की एक टीम को झील एक प्राचीन महल मिला था. वान यूनिवर्सिटी की टीम ने नवंबर 2017 में इस महल की खोज की थी. तुर्की की सबसे बड़ी और मध्य पूर्व की दूसरी सबसे बड़ी झील की गहराई में मिला यह प्राचीन महल काफी हद तक अच्छी हालत मिला था.
टीम के प्रमुतहसीन सीलान तब बताया था कि, “स्थानीय लोगों के बीच यह बात कही जाती रही है कि पानी के नीचे कुछ हो सकता है लेकिन अधिकांश पुरातत्वविदों और संग्रहालय के अधिकारियों ने कहा था कि हमें वहां कुछ नहीं मिलेगा.” उन्होंने कहा था कि, “हम वान झील में 10 साल से शोध कर रहे हैं और यह खोज हमारे लिए भी अप्रत्याशित है.
यह महल एक किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है. दीवारों की ऊंचाई तीन से चार मीटर के बराबर है, झील के क्षारीय जल ने इसे अच्छी स्थिति में रखा है. किले की शेष संरचनाएं पत्थरों से बनी हैं. महल के बारे में जानने के लिए अभी भी बहुत कुछ है. उदाहरण के लिए, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि महल की दीवारें झील के तलछट में कितनी गहराई तक गईं हैं. इसके अतिरिक्त आगे के पुरातात्विक अनुसंधान से इस महल के निर्माताओं के बारे में अधिक जानने में मदद मिलेगी.
शोधकर्ताओं ने पहली बार घोषणा करते हुए कहा कि उनका मानना है कि यह लुप्त हो चुकी उरारतु सभ्यता के लौह युग का अवशेष है, जिसे वान साम्राज्य भी कहा जाता है, जो नौवीं से लेकर छठी शताब्दी ईसा पूर्व तक आधुनिक ईरान के पास स्थित क्षेत्र में शुरू हुआ था.