Hanuman Birth Place: नासिक में भगवान हनुमान की जन्मस्थली में रोपवे अगले दो सालों में ब्रह्मगिरी ट्रेकिंग पॉइंट से अंजनेरी पहाड़ियों (Anjaneri Hills) तक बनाया जाएगा, जो वर्तमान में एक खड़ी सड़क है. यहां पैदल जाने में लगभग दो से तीन घंटे लगते है.
भगवान हनुमान के भक्तों के लिए खुशखबरी है. केंद्र सरकार ने भगवान हनुमान की जन्मस्थली मानी जाने वाली नासिक की अंजनेरी पहाड़ियों (Anjaneri Hills) के लिए 377 करोड़ रुपये की एक महत्वाकांक्षी 6 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसे अगले दो सालों में ब्रह्मगिरी ट्रेकिंग पॉइंट से अंजनेरी पहाड़ियों तक बनाया जाएगा, जो वर्तमान में एक खड़ी सड़क है और पैदल जाने में लगभग दो से तीन घंटे लगते हैं.
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण पर्वतमाला योजना के तहत शुक्रवार को परियोजना के लिए बोलियां आमंत्रित कीं. इससे जुड़े दस्तावेज News18 द्वारा एक्सेस किया गया. अंजनेरी पहाड़ियों को भगवान हनुमान का जन्मस्थान कहा जाता है, और यहां एक गुफा के साथ-साथ एक अंजनी माता मंदिर भी है, जहां तीर्थयात्री और ट्रेकर्स आते हैं.
मंदिर तक पहुंचने के लिए तीन पहाड़ों पर चढ़ना पड़ता है, जो 4,200 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है. अगर एक बार रोपवे जिसकी लंबाई 5.7 किमी है तीन पहाड़ों के ऊपर आता है तो शीर्ष तक पहुंचने की यात्रा कुछ मिनटों में कम हो जाएगी.
ऐसी और परियोजनाएं
News18 ने पहले बताया था कि केंद्र सरकार साल 2024 तक 90 किमी की कुल 18 रोपवे परियोजनाओं की योजना बना रही है. इसमें श्रीनगर के शंकराचार्य मंदिर के लिए 1 किलोमीटर का रोपवे, कृष्णा नदी के उस पार कुरनूल में श्रीशैलम ज्योतिर्लिंग मंदिर, दूसरा लेह पैलेस और एक ग्वालियर किले तक शामिल है. उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर तक 2 किलोमीटर के रोपवे पर काम शुरू हो चुका है. पिछले साल, केंद्र सरकार ने उत्तराखंड में केदारनाथ मंदिर और हेमकुंड साहिब के अलावा वाराणसी में एक रोपवे विकसित करने के लिए निविदाएं भी मांगी थीं.