मैरी क्वांट मर जाता है: ब्लैकहीथ, दक्षिण पूर्व लंदन में जन्मी और पली-बढ़ीं, क्वांट 1960 के दशक में फैशन इंडस्ट्री के सबसे बड़े नामों में से एक थीं. क्वांट ने 1950 के दशक में ‘बाजार’ नामक एक बुटीक की शुरुआत की थी जो जल्द ही बेहद लोकप्रिय हो गया.
मैरी क्वांट: फ़ैशन डिज़ाइनर मैरी क्वांट, का 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उन्हें अक्सर मिनी स्कर्ट को लोकप्रिय बनाने का श्रेय दिया जाता है. ब्लैकहीथ, दक्षिण पूर्व लंदन में जन्मी और पली-बढ़ीं, क्वांट ने 1960 के दशक के दौरान नए बोल्ड स्टाइल को आगे बढ़ाने में मदद की. यह वह दशक था जिसमें फैशन, संगीत और कला उपसंस्कृति ने युद्ध के बाद ब्रिटेन की राष्ट्रीय पहचान को चुनौती दी और उसे हमेशा के लिए बदल दिया.
‘आज का फैशन उनका कर्जदार’
विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूजियम, ने एक बयान में कहा, ‘फैशन में क्वांट के योगदान को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करना असंभव है. उन्होंने 1960 के दशक के फैशन की आनंदपूर्ण स्वतंत्रता का प्रतिनिधित्व किया, और युवा महिलाओं को एक नया रोल मॉडल दिया। आज का फैशन उनके गाइडिंग विजन के लिए बहुत अधिक कर्जदार है.’ बता दें म्यूजियम ने क्वांट के काम पर केंद्रित 2019 प्रदर्शनी आयोजित का आयोजन किया था.
1950 के दशक में खोला बुटीक
क्वांट ने 1950 के दशक में अपने फैशन उद्यमी पति अलेक्जेंडर प्लंकेट ग्रीन और उनके बिजनेस पार्टनर के साथ ‘बाजार’ नामक एक बुटीक पश्चिम लंदन में खोला।
‘बाजार’ जल्द ही बेहद लोकप्रिय हो गया क्योंकि इसने मेन स्टीम स्टोर और हाई एंड डिजाइनरों से अलग बहुत कुछ पेश किया.
मिनी स्कर्ट बनी विद्रोही युवा संस्कृति की प्रतीक
मिनी स्कर्ट की एंट्री के साथ फैशन पर उसका प्रभाव अपने चरम पर पहुंच गया, जिसकी घुटने के ऊपर की हेमलाइन (जो अक्सर घुटने से बहुत ऊपर उठती जाती) विद्रोही युवा संस्कृति और एक नई पीढ़ी की यौन मुक्ति का प्रतीक बन गई।
मिनी स्कर्ट की अविष्कारक?
मिनीस्कर्ट, को 1960 के दशक के डिफाइनिंग फैशन के रूप में जाना जाता है. यह क्वांट के साथ सबसे व्यापक रूप से जुड़े परिधानों में से एक है। अक्सर क्वांट का जिक्र इसके आविष्कारक के रूप में किया जाता है, लेकिन इस दावे को दूसरों द्वारा चुनौती भी दी गई.
1966 में मिला राष्ट्रीय सम्मान
1966 में उन्हें फैशन इंडस्ट्री में उनके योगदान के लिए एक राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया. उन्होंने रानी से सम्मान लेते वक्त एक बोल्ड आउफीट में क्वांट ने रानी से यह सम्मान लिया जिसने उस वक्त यूके के प्रेस में हलचल मचा दी थी.