Mild Hybrid Cars: कारों में दिए जाने वाले माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम के बारे में आपने कई बार सुन लिया होगा. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं यह सिस्टम आखिर काम कैसे करता है.
How mild hybrid Car works: इलेक्ट्रिक कारों के साथ ही इन दिनों भारतीय बाजार में हाइब्रिड कारों (Hybrid Cars) की संख्या में लगातार बढ़ रही है. हाइब्रिड कारों की खास बात होती है कि इनमें पेट्रोल इंजन के साथ ही एक इलेक्ट्रिक मोटर और इलेक्ट्रिक बैटरी दी होती है. इसकी वजह से आपको माइलेज और परफॉर्मेंस दोनों ही बेहतर मिलते हैं. Maruti Suzuki Grand Vitara और Toyota Hyryder एक पॉपुलर उदाहरण है जिनमें माइल्ड हाइब्रिड और स्ट्रांग हाइब्रिड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. आइए समझते हैं कि आखिर यह माइल्ड हाइब्रिड टेक्नोलॉजी (Mild Hybrid Technology) कैसे काम करती है.
ऐसे काम करता है Mild Hybrid System
टोयोटा हाइराइडर/ग्रैंड विटारा के माइल्ड हाइब्रिड वेरिएंट में सुजुकी के 4-सिलेंडर पेट्रोल इंजन का इस्तेमाल किया गया है. इसमें इंजन के साथ एक छोटा बैटरी पैक दिया गया है, जो 48v इलेक्ट्रिक मोटर को चलाता है. इसका पहला फायदा है कि जब भी ट्रैफिक लाइट जैसी सिचुएशन में कार आइडल पोजिशन में रहती है, तब यह इंजन को बंद कर देती है और जैसी ही आप क्लच दबाते हैं तो कार स्टार्ट हो जाएगी.
धीमी गति पर चल रही कार या अचानक रफ्तार बढ़ा देने पर इसकी बैटरी इंजन के साथ मिलकर कार को चलाती है. इससे इंजन पर जरूरत से कम लोड पड़ता है और आपको बेहतर माइलेज व परफॉर्मेंस मिलती है.
अब सवाल उठता है कि यह बैटरी भला चार्ज कैसे होती है. दरअसल, इसमें रीजेनरेटिव ब्रेकिंग की सुविधा दी गई है. यानी जब आप कार में ब्रेक लगाते हैं तब गतिज उर्जा (kinetic energy) को विधुत उर्जा में परिवर्तित किया जाता है और इस उर्जा को बैटरी में स्टोर कर लिया जाता है.
इस पूरे सिस्टम का फायदा यह होता है कि आपको बेहतरीन माइलेज मिले. उदाहरण के लिए टोयोटा अर्बन क्रूजर हाइराइडर (Mild Hybrid) का मैन्युअल पावरट्रेन 21.1kmpl और ऑटोमैटिक 20.58 kmpl का माइलेज देने में सझम है.
Toyota Urban Cruiser Hyryder इंजन और पावर
1.5 लीटर माइल्ड-हाइब्रिड पेट्रोल
103 पीएस और 137 एनएम
1.5 लीटर स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड पेट्रोल
116 पीएस और 141 एनएम (पेट्रोल + इलेक्ट्रिक)