बच्चों के स्वास्थ्य पर चाय के प्रभाव: देश में चाय पीने वालों की संख्या बहुत अधिक है। इसके शौकीन न सिर्फ बड़े हैं बल्कि बच्चे भी पीछे नहीं हैं। कई बच्चे बिस्तर से उठते ही चाय की मांग करते हैं। इसके लिए उनके माता-पिता भी खुशी-खुशी उन्हें चाय पिलाते हैं, लेकिन ऐसा करना गलत है। बच्चों में सुबह चाय पीने की आदत उनके विकास पर गलत असर डाल सकती है।
वैसे तो चाय शारीरिक विकास को रोककर किसी भी उम्र के लिए हानिकारक है , लेकिन बच्चों के लिए यह अधिक घातक है। चाय का सीधा असर बच्चे के पाचन तंत्र पर पड़ता है। आपको बता दें कि चाय या कॉफी में कैफीन की मात्रा अधिक होती है। कैफीन पेट में अन्य पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकता है। यही कारण है कि बच्चों का शारीरिक विकास धीमा हो जाता है।
नींद से जुड़ी समस्याएं
चाय या कॉफी में पाया जाने वाला कैफीन सीधे तौर पर हमारी मानसिक गतिविधियों पर असर डालता है। इससे नींद का सही पैटर्न गड़बड़ा जाता है। अगर आपका बच्चा दिन या शाम के समय चाय पीता है तो इससे उसकी नींद में खलल पड़ता है। जिसके कारण धीरे-धीरे नींद संबंधी परेशानियां होने लगती हैं।
हृदय संबंधी समस्याएं
चाय और कॉफी बच्चों और वयस्कों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। आपको बता दें कि चाय या कॉफी में मौजूद कैफीन दिल को नुकसान पहुंचाता है और रक्तचाप बढ़ाता है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर का बढ़ना भी सीधे तौर पर दिल को नुकसान पहुंचाता है।
डिप्रेशन में बढ़ोतरी
कैफीन डिप्रेशन को बढ़ाने के लिए काफी है। शरीर में कैफीन का सबसे बड़ा स्रोत चाय और कॉफी हैं। आपको बता दें कि चाय पीने से चिंता, अवसाद और तनाव जैसी समस्याएं बढ़ती हैं। ऐसे में अगर आपका बच्चा भी चाय पीता है तो उसे भी इन समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
पाचन
चाय या कॉफी के सेवन से बच्चों का पाचन खराब हो जाता है। चाय का सेवन करने से कब्ज और मतली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर बच्चा दिन में खाली पेट चाय पीता है तो उसके आहार पर भी असर पड़ सकता है।