नींद न आने के दुष्प्रभाव: स्वस्थ और जिंदा रहने के लिए व्यक्ति को जितनी भोजन, पानी और हवा की जरूरत होती है उतनी ही नींद की भी जरूरत होती है। 1997 में एक शख्स ने 18 दिन 21 घंटे 40 मिनट तक न सोने का रिकॉर्ड बनाया और फिर…
नींद न आने के दुष्प्रभाव शरीर को स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि आप नियमित रूप से 7 से 9 घंटे की नींद लें। नींद सही से ली जाए तो शरीर की कोशिकाओं को भी आराम मिलता है और शरीर स्वस्थ रहता है। साथ ही आप दिन में काम को लेकर सक्रिय भी रह सकते हैं। लेकिन अगर आप नियमित रूप से कम सोते हैं तो दिन में शरीर सुस्त महसूस करता है और कोई काम नहीं कर पाता है। हालांकि, नींद की कमी से न केवल यह समस्या हो सकती है बल्कि अन्य गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। मसलन, अगर आपको ठीक से नींद नहीं आती है तो आप डिप्रेशन के शिकार भी हो सकते हैं। बिना नींद के व्यक्ति की जान को भी खतरा हो सकता है।
एक व्यक्ति को स्वस्थ और जिंदा रहने के लिए भोजन, पानी और हवा के समान नींद की भी आवश्यकता होती है। 1997 में नींद पर एक अध्ययन किया गया था। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता में एक शख्स ने 18 दिन 21 घंटे 40 मिनट तक न सोने का रिकॉर्ड बनाया। इतने समय तक न सोने की वजह से उनके शरीर पर कई तरह के साइड इफेक्ट देखने को मिले। उसके बाद यह श्रेणी विश्व रिकॉर्ड में बंद हो गई।
अगर आप रात को अच्छी नींद नहीं लेते हैं तो इसके शरीर पर कई दुष्प्रभाव पड़ते हैं। नींद पूरी न होने से शरीर की एनर्जी भी कम हो जाती है। यह सिरदर्द और मांसपेशियों की कमजोरी का कारण बनता है। जिस व्यक्ति को नींद नहीं आती उसका वजन भी बढ़ने लगता है और उसे हाई ब्लड प्रेशर भी हो जाता है। जिससे शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है।