हिचकी के कारण: क्या आपको बार-बार हिचकी आती है? तो घबराने की जरूरत नहीं है, यह घरेलू उपाय आपकी इस समस्या का समाधान कर देगा।
हिचकी रोकने के घरेलू उपाय गुजराती में: वर्षों से हमने किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य समस्या को ठीक करने के लिए घरेलू उपचार आजमाए हैं। कुछ आयुर्वेदिक दवाएं भी वर्षों से नियमित उपयोग में हैं। उल्टी, जी मिचलाना या हिचकी आने पर ऐसी दवाओं या घरेलू नुस्खों का भी इस्तेमाल किया जाता है। कहते हैं हिचकी आती है तो कोई याद करता है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। जीवनशैली में बदलाव, अत्यधिक तनाव और धूम्रपान के कारण अचानक हिचकी आ सकती है।
कई लोग सांसों की बदबू की समस्या से परेशान रहते हैं। सांसों की दुर्गंध बैक्टीरिया के कारण होती है। जब हम खाते हैं तो कुछ खाद्य कण दांतों के बीच फंस जाते हैं, जिससे सड़न होती है। तथा जीवाणु उत्पन्न होते हैं। जिससे मुंह से दुर्गंध आती है। यह समस्या बार-बार हिचकी आने का कारण भी बन सकती है। इनसे छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय हैं।
शहद का सेवन करें:
अगर आपको लगातार हिचकी आ रही है तो एक चम्मच शहद का सेवन करें। इसकी मिठास नसों को संतुलित करने में मदद करती है। और हिचकी से राहत दिलाता है।
नींबू करेगा मदद:
हिचकी रोकने के लिए आप नींबू की मदद ले सकते हैं। नींबू के पतले टुकड़े के रस का सेवन करें। यह हिचकी रोकने का काम करेगा।
बर्फ की थैली का प्रयोग करें:
यदि आप हिचकी को रोकना चाहते हैं तो अपनी गर्दन पर बर्फ की थैली रखें। आप आइस बैग की जगह ठंडे कपड़े का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह हिचकी रोकने में मदद करेगा।
सिरके का प्रयोग करें:
हिचकी रोकने के लिए आप सिरके का प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए सिरके की दो बूंद मुंह में डालें। इससे हिचकी से तुरंत राहत मिलेगी।