भारत का तीसरा चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया है। 615 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के तहत 43.5 मीटर लंबा बाहुबली रॉकेट चंद्रयान के साथ उड़ान भर चुका है. LVM3 इसरो का सबसे बड़ा और भारी रॉकेट है। इसरो वैज्ञानिक उन्हें प्यार से फैट बॉय कहते हैं। चंद्रमा की ये यात्रा बेहद दिलचस्प होने वाली है. इससे पहले चंद्रयान-2 को लॉन्च करने के लिए GSLV MK-III नाम के रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल किया गया था.
#WATCH | Indian Space Research Organisation (ISRO) launches #Chandrayaan-3 Moon mission from Satish Dhawan Space Centre in Sriharikota.
Chandrayaan-3 is equipped with a lander, a rover and a propulsion module. pic.twitter.com/KwqzTLglnK
— ANI (@ANI) July 14, 2023
16 मिनट बाद बाहुबली से उड़ान भरेगा चंद्रयान
वैज्ञानिकों के मुताबिक, चंद्रयान-3 16 मिनट की उड़ान के बाद ही रॉकेट के साथ अंतरिक्ष यान से बाहर आएगा। उस समय ऊंचाई 179 किमी होगी। यान 170 किमी की दूरी पर अण्डाकार पथ पर पृथ्वी की लगभग 5-6 बार परिक्रमा करेगा। कक्षीय गति प्राप्त करने के बाद यह एक महीने की यात्रा पर चंद्रमा की ओर बढ़ेगा। चंद्र कक्षा में यह चंद्र सतह से 100 किमी ऊपर पहुंच जाएगा।