Cyclone Bipajoy IMD Alert : मौसम विभाग ने चक्रवात बिपाजॉय को लेकर अपने नए अपडेट में चेतावनी दी है कि सौराष्ट्र, कच्छ के तट पर 6 से 10 फीट ऊंची लहरें उठ सकती हैं. ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई है.
Biparjoy Cyclone: भारतीय मौसम विभाग ने मंगलवार को बेहद खतरनाक पूर्वानुमान लगाया है. चक्रवात बिपोरजॉय गुजरात के ऊपर मंडरा रहा है, ऐसे में मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि इस तूफान से काफी नुकसान हो सकता है। चक्रवात बिपोरजॉय से कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। मौसम विभाग ने बायपोरजॉय साइक्लोन को लेकर अपने ताजा पब्लिक अपडेट में चेतावनी दी है कि सौराष्ट्र, कच्छ के तट पर 6 से 10 फीट ऊंची लहरें उठ सकती हैं. ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई है.
मौसम विभाग ने आगे कहा कि चक्रवात बाइपोरजॉय फिलहाल उत्तर-पूर्वी अरब सागर में केंद्रित है और उत्तर दिशा में आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि चक्रवात द्वारका से करीब 200 किलोमीटर दूर है और इसका असर कच्छ और द्वारका में महसूस किए जाने की उम्मीद है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि मंगलवार सुबह चक्रवात थोड़ा कमजोर हुआ था, लेकिन 15 जून के आसपास यह बेहद भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में होगा.
चक्रवात की पुरानी गति की तुलना में बाइपोरजॉय अब थोड़ा कमजोर हो गया है। इसकी गति 13 जून को 150 से 160 किमी/घंटा और 14 जून को 135 से 145 किमी/घंटा थी। वहीं, 15 जून को चक्रवाती तूफान की रफ्तार 125 से 135 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का अनुमान है। चक्रवात के गुजरात में जाखौ बंदरगाह के पास लैंडफॉल करने की आशंका है। यह 15 जून को शाम के करीब गुजरात तट पर पहुंचेगा। इससे पहले 135-145 किलोमीटर प्रति घंटे से 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी।
मौसम विभाग ने कहा कि राजकोट, जूनागढ़, जामनगर और द्वारका में 14 जून को हल्की बारिश होगी, लेकिन इन क्षेत्रों में भारी बारिश से बाढ़ और अन्य खतरे पैदा हो सकते हैं। लोगों को 15 दिनों तक तटीय इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई है. आईएमडी के अनुसार, पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
इन जिलों में 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की उम्मीद है। सौराष्ट्र, कच्छ के निचले तटीय क्षेत्रों में तीन से छह मीटर ऊंची समुद्री लहरें आ सकती हैं। लोगों को ऐसे क्षेत्रों से बाहर निकलने की सलाह दी गई है और अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने की सलाह दी गई है।