शांगरी ला घाटी रहस्य: विविधताओं से भरे भारत में कई ऐसी जगहें हैं जो बेहद रहस्यमयी हैं और जिनके बारे में सटीक जवाब विज्ञान भी नहीं दे पाता है। शांगरी-ला वैली ऐसी ही एक जगह है। जिसका रहस्य आज तक कोई नहीं जान पाया है। यह घाटी अरुणाचल प्रदेश और तिब्बत के बीच कहीं स्थित है। इस जगह को शांगरी-ला गॉर्ज के नाम से भी जाना जाता है।
इस कण्ठ को दुनिया का दूसरा बरमूडा ट्रायंगल भी कहा जाता है। यह घाटी बहुत खतरनाक है और यहां आने के बाद वापस आना लगभग नामुमकिन सा लगता है। भारत की यह जगह पूरी दुनिया के लिए बेहद रहस्यमयी है। इस घाटी से जुड़ी कई लोककथाएं भी हैं जहां स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घाटी का संबंध भारत या तिब्बत से नहीं बल्कि किसी दूसरी दुनिया से है। तिब्बती भाषा में एक पुस्तक लिखी गई है जिसे काल विज्ञान के नाम से जाना जाता है। उसमें भी इसका जिक्र है।
कैसे फैली डरावनी कहानी?
शांगरी-ला घाटी के बारे में एक किंवदंती है कि जो भी यहां आता है वह कभी वापस नहीं आता। कहा जाता है कि इस घाट पर समय ठहर सा जाता है। जिससे इसके ऊपर से विमान भी नहीं उड़ता। प्रसिद्ध लेखक अरुण शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक ‘तिब्बत की वाह रहस्यमयी घाटी’ में इस घाटी के बारे में लिखा गया है और पुस्तक में घाटी से जुड़ी कई रहस्यमयी कहानियाँ सुनाई गई हैं। इस ग्रंथ में कहा गया है कि यदि कोई भूल से भी यहां आ जाए तो उसका वापस लौटना लगभग असंभव हो जाता है। उनके अनुसार, युत्सुंग नाम के एक लामा ने उन्हें बताया कि शांगरी-ला घाटी में समय का प्रभाव नगण्य है और मन, प्राण और विचार की शक्ति एक विशेष सीमा तक बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि अगर कोई वस्तु या व्यक्ति अनजाने में भी वहां चला जाता है तो वह कभी भी इस दुनिया में वापस नहीं आ सकता है।
युत्सुंग के मुताबिक, वो खुद इस रहस्यमयी घाटी का दौरा कर चुके हैं। उनका दावा है कि न तो सूर्य का प्रकाश था और न ही चंद्रमा का। चारों ओर एक रहस्यमयी रोशनी फैल गई। घाटी का उल्लेख तिब्बती पुस्तक काल विज्ञान में भी है। यह पुस्तक आज भी तिब्बत के तवांग मठ के पुस्तकालय में है।
इस घाटी को सिद्धाश्रम भी कहा जाता है। जिसका उल्लेख महाभारत से लेकर वाल्मीकि की रामायण और वेदों में भी मिलता है। जेम्स हिल्टन नाम के एक लेखक ने भी अपनी किताब लॉस्ट होराइजन में इस रहस्यमयी जगह के बारे में लिखा है। हालांकि उनके मुताबिक यह एक काल्पनिक जगह है। शांग्रीला घाटी के बारे में जानकारी पाने वाले कई लोग हमेशा के लिए गायब हो गए। कहा तो यह भी जाता है कि चीनी सेना ने इस घाटी का पता लगाने की काफी कोशिश की लेकिन उन्हें इस जगह का पता नहीं चल पाया।
बरमूडा ट्रायंगल से तुलना
कई विशेषज्ञ इस रहस्यमय कण्ठ की तुलना बरमूडा ट्रायंगल से करते हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वी तट पर स्थित है। यहां बता दें कि बरमूडा ट्रायंगल एक ऐसी खतरनाक जगह है, जहां से आज तक कोई वापस नहीं आया है। यहां तक कि इसके ऊपर से विमान भी नहीं उड़ते। यह एक त्रिकोणीय आकार का स्थान है जहां नाविकों को भी जाने की अनुमति नहीं है।