Ola Electric IPO : ओला इलेक्ट्रिक अगले हफ्ते से आईपीओ लॉन्च की कवायद तेज करने जा रही है। कंपनी अगले सप्ताह सिंगापुर और अमेरिका के निवेशकों के साथ आईपीओ लॉन्च करने और इसे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध करने के लिए पहले दौर की बातचीत करने जा रही है। ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ के जरिए 1 अरब डॉलर जुटाएगी ओला इलेक्ट्रिक देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी है जो हर महीने 30,000 ई-स्कूटर बेचती है, जिसकी कीमत करीब 1600 डॉलर है । सॉफ्टबैंक और टेमासेक जैसे निवेशकों ने कंपनी में निवेश किया है।
म्यूचुअल फंड कंपनियों से मुलाकात होगी
आईपीओ लॉन्च करने से पहले कंपनी निवेशकों को भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार के उज्ज्वल भविष्य के बारे में जानकारी देना चाहती है। रॉयटर्स के अनुसार, ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल अगले दो हफ्तों के लिए सिंगापुर, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम का दौरा करेंगे, जहां वह ब्लैकरॉक, सिंगापुर सॉवरेन वेल्थ फंड जीआईसी (जीआईसी) और टी रोवे प्राइस जैसी म्यूचुअल फंड कंपनियों के साथ मुलाकात करेंगे।
ओला इलेक्ट्रिक अगस्त तक आईपीओ के लिए शेयर बाजार नियामक सेबी के पास मसौदा दस्तावेज दाखिल कर सकती है। ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ में नए शेयरों के साथ-साथ ऑफर फॉर सेल के जरिए शेयर भी बेचे जाएंगे। ऑफर फॉर सेल के जरिए मौजूदा निवेशक आईपीओ में कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाएंगे। कंपनी कुल 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचना चाह रही है।
कहां इस्तेमाल करेंगे ब्रौन?
ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ को चालू वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में लॉन्च करने की योजना बना रही है। कंपनी आईपीओ के जरिये 5 अरब डॉलर से अधिक का मूल्यांकन हासिल कर सकती है। कंपनी को यह वैल्यूएशन मिलता है जो इसे बजाज ऑटो और आयशर मोटर्स के बाद तीसरी सबसे मूल्यवान दोपहिया कंपनी बना देगा। और कंपनी आईपीओ से प्राप्त आय के माध्यम से पूंजीगत व्यय करेगी।
कंपनी योजना
ओला इलेक्ट्रिक ने आईपीओ लॉन्च करने के लिए बैंक ऑफ अमेरिका, गोल्डमैन सैक्स, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एक्सिस कैपिटल और कोटक सिक्योरिटीज को लीड मैनेजर के तौर पर हायर किया है। इससे पहले जनवरी 2022 में कंपनी ने निवेशकों से 20 करोड़ डॉलर जुटाए थे, जिसके बाद कंपनी की वैल्यूएशन 5 अरब डॉलर आंकी गई थी। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर स्पेस में ओला इलेक्ट्रिक की 28 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है। पिछले तीन महीनों में कंपनी ने 60,735 दोपहिया वाहन बेचे हैं।
कंपनी तमिलनाडु के कृष्णागिरी में 5 GW क्षमता की लिथियम-आयन सेल निर्माण सुविधा स्थापित करने की योजना बना रही है। पीएलआई योजना के तहत भारत सरकार ने कंपनी को एडवांस सेल बनाने के लिए बैटरी सेल की क्षमता आवंटित की है। कंपनी ने 500 मिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की है।