निर्जला एकादशी : निर्जला एकादशी में जल तक का सेवन वर्जित है। इसलिए इसे निर्जला एकादशी कहा जाता है। निर्जला एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी दोनों प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि और धन का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
निर्जला एकादशी : हिंदू धर्म में व्रत और त्योहारों का विशेष महत्व होता है. विशेषकर एकादशी। साल भर में कुल 24 एकादशियां मनाई जाती हैं। जिसमें से साल की सबसे बड़ी एकादशी 31 मई और बुधवार को मनाई जाएगी। मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की विशेष कृपा पाने के लिए इस दिन कुछ उपाय किए जा सकते हैं। वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार निर्जला एकादशी के दिन कुछ खास चीजें घर में लाने से मां लक्ष्मी की कृपा होती है।
1. निर्जला एकादशी के दिन घर में कामधेनु गाय की तस्वीर लाना शुभ माना जाता है। कामधेनु गाय को सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य का प्रतीक माना जाता है।
2. निर्जला एकादशी के दिन अगर आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है तो इस दिन तुलसी का पौधा लेकर आएं। तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। साथ ही यह घर से सारी नकारात्मकता को दूर करता है।
3. भगवान कृष्ण को मोर पंख प्रिय है। और श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के अवतार हैं। इसलिए निर्जला एकादशी के दिन घर में मोर पंख लाना शुभ माना जाता है। इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
4. निर्जला एकादशी के दिन एक सूखा नारियल घर लाकर घर की तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आपकी धन संबंधी सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी। इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
5. निर्जला एकादशी के दिन पीला सिक्का घर लाकर लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से घर पर हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।