नवसारी : गुजरात के 1600 किमी तटीय गांवों और नवसारी के 52 किमी में समुद्र का कटाव बढ़ गया है. यानी दिन-ब-दिन समुद्र एक किलोमीटर से ज्यादा जमीन निगल चुका है. इससे तटीय रिहायशी इलाकों में चिंता की लहर लौट आई है।
मानसून में गांव में बाढ़ आ जाती है,
नवसारी में तटवर्ती क्षेत्र ऊंचा हो जाता है, इस तटीय क्षेत्र में दांडी माछीवाड़ में बड़ी संख्या में मानव आबादी रहती है। महत्वपूर्ण बात यह है कि समुद्र धीरे-धीरे मानव आबादी की ओर बढ़ रहा है, जिससे इस रिहायशी इलाके के लोगों के लिए खतरे के बादल बन रहे हैं। मानसून के दौरान गांव में जलभराव की घटनाएं भी होती हैं, जिसमें लोगों की जान जोखिम में पड़ जाती है। इसलिए मांग की गई है कि ऐसे तटीय क्षेत्रों में तुरंत सुरक्षा हॉल का निर्माण कर उसे मजबूत किया जाए। सुरक्षा दीवार की मांग कर रहे ग्रामीण ग्रामीणों की मांग है कि यदि सुरक्षा दीवार जो अभी बननी बाकी है उसे जल्द से जल्द बनवा दिया जाए तो हमारे गांव को बचाया जा सकता है और गांव में पानी का सैलाब रोका जा सकता है तो वही मांग सुरक्षा दुनिया का निर्माण करने के लिए बनाया गया है।