पुखराज रत्न धारण करने से अनेकों लाभ मिलते हैं। हालांकि इस रत्न को भी अन्य रत्नों की तरह किसी विशेषज्ञ की सलाह से ही धारण करना चाहिए।
वैवाहिक समस्याएं: जीवन में एक अच्छा साथी होना बहुत जरूरी है। लेकिन कई बार कुंडली के ग्रह-नक्षत्र विवाह में रुकावट पैदा कर देते हैं। ऐसे में पुखराज रत्न धारण करने से जीवन में सुख-समृद्धि शीघ्र आती है।
कुछ लोगों को अक्सर शादी में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार शादियां टूट जाती हैं। तो वहीं किसी और कारण से मनचाहा पार्टनर (जीवन साथी) नहीं मिल पाता है। ज्योतिष शास्त्र में इन लोगों के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं। आज हम आपको ज्योतिष के रत्न शास्त्र विद्या में बताए गए उपायों के बारे में बताएंगे जो चमत्कारी परिणाम देते हैं।
ऐसा है पुखराज –
पुखराज पुखराज का एक रूप है, जो बृहस्पति ग्रह का प्रतिनिधि रत्न है। पुखराज पीले, नीले और सफेद रंग का होता है। आमतौर पर गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए पीले रंग का पुखराज पहनने की सलाह दी जाती है। नीला पुखराज यानि पुखराज रत्न भी बहुत प्रभावशाली होता है। पुखराज विशेष रूप से अपने प्यार को पाने और विवाह में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने में चमत्कारी परिणाम देता है। इसके अलावा भी पुखराज रत्न धारण करने से कई लाभ मिलते हैं। हालांकि इस रत्न को भी अन्य रत्नों की तरह किसी विशेषज्ञ की सलाह से ही धारण करना चाहिए।
- पुखराज धारण करने से प्रेम में सफलता मिलती है। मनपसंद पार्टनर से शादी करने की मुश्किलें दूर होती हैं।
- यदि विवाह टूट जाए या विवाह तय होने में बाधा आ रही हो तो इस रत्न को धारण करने से शीघ्र ही ढोल बजेगा अर्थात विवाह संपन्न होगा।
- पुखराज रत्न स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है। पुखराज मन को शांत करता है। अज्ञात भय से मुक्ति मिलती है। जिन लोगों को गुस्सा आता है उन्हें इस रत्न को धारण करने से लाभ होता है।
- पुखराज धारण करने से उन्नति के नए द्वार खुलते हैं। जो लोग करियर में ऊंचाई हासिल करने की सोच रहे हैं, वे भी इस रत्न को धारण कर सकते हैं।
- पुखराज रत्न धारण करने से उनींदापन और आलस्य दूर होता है और शरीर में स्फूर्ति आती है।