Amitabh Bachchan Liver Cirrhosis: क्या आप जानते हैं कि बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन का लिवर 75 प्रतिशत तक डैमेज हो चुका है और सिर्फ 25 प्रतिशत कैपिसिटी के साथ काम कर रहा है?
दरअसल लिवर से जुड़ी एक क्रोनिक डिजीज ‘लिवर सिरोसिस’ ने अमिताभ बच्चन का लिवर 75 प्रतिशत तक डैमेज कर डाला है. लिवर सिरोसिस की बीमारी तब होती है, जब लिवर लंबे समय से खराब चल रहा होता है. इस बीमारी की वजह से हेल्दी टीशूज डैमेज होने लगते हैं और लिवर अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाता.
इस बीमारी के चलते लिवर विषाक्त पदार्थ यानी टॉक्सिन्स को फिल्टर नहीं कर पाता. शरीर की जरूरत के मुताबिक प्रोटीन नहीं बना पाता. खून के रास्ते में रुकावट पैदा करता है. ये स्थिति इतनी खराब है कि इलाज के बिना व्यक्ति का लिवर पूरी तरह से काम करना बंद कर सकता है.
अमिताभ बच्चन सिर्फ 25 प्रतिशत लिवर फंक्शन के साथ जीवित हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि लिवर फेल तभी होता है जब इसका 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम करना बंद कर देता है या पूरी तरह से डैमेज हो जाता है. लिवर सिरोसिस की बीमारी आमतौर पर शराब का सेवन करने वालों में ज्यादा देखी जाती है. हालांकि आजकल यह बीमारी शराब नहीं पीने वालों में भी धड़ल्ले से देखी जा रही है.
लिवर सिरोसिस के साथ एक बड़ी समस्या यह है कि इस बीमारी के लक्षण तब तक दिखाई नहीं देते, जब तक कि लिवर पूरी तरह से खराब नहीं हो जाता. इस बीमारी को साइलेंट किलर कहना गलत नहीं होगा क्योंकि स्वस्थ दिखने वाला व्यक्ति भी इसकी चपेट में आ जाता है और उसे पता तक नहीं चलता. जब लिवर डैमेज हो जाता है, तब इस बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं.
1982 में फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग के दौराम अमिताभ बच्चन बुरी तरह जख्मी हो गए थे. अंदरूनी ब्लीडिंग की वजह से उनके बॉडी में ब्लड की काफी कमी हो गई थी. खून चढ़ाने की जल्दबाज़ी में 200 ब्लड डोनर्स से लगभग 60 बॉटल खून लिया गया. इन्हीं 200 में से कोई व्यक्ति हेपेटाइटिस-बी से इन्फेक्टेड था और उसका ब्लड भी बिग-बी को चढ़ा दिया. जिसके बाद वो हेपेटाइटिस-बी से संक्रमित हो गए.
इसी हेपेटाइटिस-बी संक्रमण ने अमिताभ बच्चन के लिवर को 75 प्रतिशत तक डैमेज कर दिया और उन्हें लिवर सिरोसिस की बीमारी हो गई. इससे बचने के लिए बिग-बी को अपने लिवर का 75 प्रतिशत संक्रमित हिस्सा काटकर निकलवाना पड़ा. अब वह सिर्फ 25 प्रतिशत लिवर कैपेसिटी पर जिंदा हैं.