दवाओं की तुलना में प्राकृतिक उत्पादों का सेवन स्वास्थ्य के लिए कम हानिकारक है. इतना ही नहीं यह हमारी सेहत को कई तरह से स्वस्थ रखने में भी मदद करता है । लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे किचन में मौजूद ऐसी कई चीजें हैं जो दर्द निवारक का काम कर सकती हैं। इनका उपयोग वर्षों से प्राकृतिक चिकित्सा में किया जाता रहा है। इनका उपयोग करने का लाभ यह है कि ये लिवर, किडनी और आंतों को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं, जैसा कि दर्द निवारक दवाएं कर सकती हैं। तो आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में, जो हर किचन में आसानी से उपलब्ध होती हैं और बिना किसी झंझट के इस्तेमाल की जा सकती हैं।
लौंग
लौंग में यूजेनॉल नामक पदार्थ होता है जो दर्द से राहत दिलाने में कारगर होता है। दांत दर्द, सिरदर्द और सर्दी में लौंग सबसे ज्यादा असरदार है। इस तरह की समस्या होने पर लौंग को पीसकर खाया जा सकता है और चाय बनाकर पी जा सकती है।
हल्दी
हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर मसाला है। इसमें एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। जो हड्डियों के दर्द व अन्य को ठीक करने का काम कर सकता है। जब भी जोड़ों या हड्डियों में दर्द की समस्या हो तो गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पिएं। या हल्दी लगाने से भी दर्द में आराम मिलता है।
अदरक
अदरक मांसपेशियों के दर्द और मासिक धर्म के दर्द में बहुत फायदेमंद होता है। सिर दर्द होने पर भी अदरक का सेवन किया जा सकता है। अदरक इस तरह के दर्द से जल्दी राहत दिलाता है। जब भी यह दर्द हो तो एक कप पानी में अदरक को अच्छी तरह उबालकर उसकी चाय बना लें और इसका सेवन करें। यह दर्द से राहत दिलाता है।
लहसुन
अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो लहसुन आपके लिए फायदेमंद है। इसके लिए एक कटोरी में सरसों का तेल लें और इसे अच्छे से गर्म कर लें और इसमें एक लहसुन की कली डाल दें। इसके बाद इस तेल से जोड़ों की मालिश करेंगे तो दर्द कम हो जाएगा।
सेब का सिरका
पेट में दर्द होने पर सेब का सिरका प्रयोग कर सकते हैं। खासतौर पर एसिडिटी की परेशानी होने पर आप इसका सेवन करें। इसके लिए 1 कप गर्म पानी लें। अब इसमें 1 चम्मच सेब का सिरका मिक्स करें। इसके बाद इसे सुबह शाम पिएं। इससे पेट में दर्द, एसिडिटी की परेशानियां कम हो सकती हैं