Monday, December 23, 2024

ट्रेन में मिले चादर, कंबल और तौलिये को आखिरी बार कब साफ किया गया था, ऐसे चेक करें अपने मोबाइल…

रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली महत्वपूर्ण ट्रेनों में यह सुविधा शुरू की गई है। हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि यात्रियों द्वारा बेडरोल को लेकर शिकायत की गई थी. इस शिकायत को रोकने के लिए बेडरोल पैकेट पर एक क्यूआर कोड अंकित होता है।

ट्रेन के एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों को कंबल, तकिए और तौलिया मुहैया कराया जाता है। लोगों के मन में चिंता है कि ये कपड़े धुले हैं या नहीं, रेलवे अब इसी सिलसिले में एक नई शुरुआत करने जा रहा है. लोगों के मन में उठने वाले सवालों के जवाब के लिए रेलवे ने एक क्यूआर कोड की व्यवस्था की है, जिसे स्कैन करके यात्रियों को पता चल सकेगा कि बेडरोल गंदा है या साफ। साथ ही यह भी पता चलेगा कि इसे आखिरी बार कब धोया गया था।

मिली जानकारी के मुताबिक गया रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली महत्वपूर्ण ट्रेनों में यह सुविधा शुरू की गई है. हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने कहा कि रेल यात्री बेडरोल की शिकायत कर रहे थे. इस शिकायत को रोकने के लिए बेडरोल पैकेट पर एक क्यूआर कोड अंकित होता है।

QR कोड वाला पैकेट क्या होता है?
एसी कोच में दिए जाने वाले कंबल, तौलिये और चादर को लेकर कई शिकायतें मिलीं। इससे निजात पाने के लिए रेलवे ने बेडरोल के पैकेट पर एक क्यूआर कोड जारी किया है, जिसे स्कैन कर रेल यात्री जान सकते हैं कि बेडरोल धोया गया है या नहीं. जब बेडरोल पैक हो जाएगा और क्यूआर कोड के जरिए रेल यात्रियों को साफ-सफाई से जुड़ी हर जानकारी मिल सकेगी. कई ट्रेनों में रेलवे द्वारा मुहैया कराए जाने वाले बेडरोल पैकेट पर क्यूआर कोड लगाया गया है। अगर क्यूआर स्कैन के बाद बेडरोल गंदा मिलता है तो उसे तुरंत बदल दिया जाएगा। इसके लिए कोच अटेंडेंट की जिम्मेदारी तय की गई है।

इन ट्रेनों में शुरू हुई है यह सुविधा
हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार के मुताबिक गया रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली महत्वपूर्ण ट्रेनों में यह सुविधा शुरू की गई है. क्यूआर कोड महाबोधि, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ट्रेन, भुवनेश्वरी राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन, रांची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनों में जारी बेडरोल पैकेट में अंकित है। धीरे-धीरे सभी ट्रेनों में उपलब्ध कराए जाने वाले बेडरोल पैकेट पर क्यूआर कोड प्रिंट हो जाएगा। इस कोड के जरिए रेलयात्री बेडरोल की जानकारी ले सकते हैं। कई बार बेडरोल गंदे होने पर यात्री हंगामा भी करते हैं। लेकिन, अब ऐसा कुछ नहीं होगा। अगर बेडरोल स्कैन करने पर गंदा पाया जाता है, तो उसे तुरंत बदल दिया जाएगा।

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