Science & Technology: इंसानों की लगातार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और तकनीक पर बढ़ती निर्भरता एक फिर से खतरे की घंटी बजा दी है. हाल की एक घटना में एक सफाई करने वाले रोबोट ने टॉयलेट सीट पर बैठी युवती का तस्वीर लेकर उसके फेसबुक पर उसके क्लोज ग्रुप और चैट ग्रुप डिस्कॉर्ड पर शेयर कर दिया. रोबोट द्वारा लीक तस्वीर को सबसे पहले MIT की टेक टीम द्वारा रिव्यू किया गया. टेक टीम ने सफाई रोबोट को को जांच के लिए ले गए. फोटो ली गई महिला कोई ग्राहक नहीं थी, बल्कि रूंबा रोबोट वैक्यूम क्लीनर के निर्माता Robot की एक स्वयंसेवक या कर्मचारी थी.
साल 2020 में iRobot ने अपने कर्मचारियों और वॉलंटियर को नए मॉडल के मशीन के डाटा को सही करने के लिए उनसे मदद मांगी और उन्हें बदले में भुगतान भी किया. सवाल उठता है कि iRobot अपने अप्रकाशित उत्पाद के नमूने रिकॉर्ड करने के लिए क्या कर रहा था? क्या यह डाटा को दूसरी पार्टी- सैन फ्रांसिस्को स्थित स्केल एआई को भेज रहा था? वहां से डाटा स्केल के अनुबंधित (Contract) डेटा कर्मियों के पास जा रहा था, जो वेनेज़ुएला में बैठे थे. स्केल एआई के कांट्रेक्टर, या डाटा लेबलर्स, फोटो टैग करने के लिए आईरोबोट (iRobot) के लिए एक योजना पर काम कर रहे थे. रूंबा (Vacuum Cleaner Robot) द्वारा ली गई सभी तस्वीरें, मशीन को उनके आसपास की वस्तुओं को बेहतर ढंग से पहचानने के लिए सिखाने के लिए लेबल करेंगी.
स्केल एआई का कहना है कि कॉन्ट्रेक्टरों ने अपने गैर-प्रकटीकरण समझौते (Non-Disclosure Agreement) का उल्लंघन करते हुए तस्वीरें पोस्ट कीं. iRobot ने उसके बाद से बाहर के सभी पार्टनर के साथ संबंध तोड़ लिए हैं. कंपनी इस बात की जांच कर रही है कि निजी तस्वीरें सोशल मीडिया पर कैसे आईं. आईरोबोट, जिसे अमेज़ॅन $ 1.7 मिलियन सौदे में हासिल करने वाला है, ने बताया कि ये कहना जल्दबाजी होगा की ये मशीनें उत्पादन मॉडल के सामान नहीं है.