भारत में कुल ट्रेन : भारत के विशाल रेल नेटवर्क पर रोजाना हजारों ट्रेनें चलती हैं और लाखों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती हैं। क्या आप जानते हैं कि भारतीय रेल प्रतिदिन कितनी यात्री, मेल और मालगाड़ियाँ चलाती है और प्रतिदिन कितनी दूरी तय करती है।
नई दिल्ली: भारत का रेल नेटवर्क एशिया में सबसे बड़ा और दुनिया में चौथा है। भारतीय रेलवे हर दिन लाखों यात्रियों को ले जाने वाली हजारों ट्रेनें चलाता है। एक अनुमान के मुताबिक भारत में प्रतिदिन ऑस्ट्रेलिया की आबादी जितने यात्री ट्रेन से यात्रा करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतने बड़े नेटवर्क और इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए हर दिन कितनी ट्रेनें चलती हैं।
वाणिज्य मंत्रालय के ट्रस्ट इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन (आईबीईएफ) के मुताबिक देश में रोजाना करीब 22,593 ट्रेनें चलती हैं। इसमें 13,452 पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं, जो देश के लगभग 7,325 स्टेशनों को कवर करती हैं। इन ट्रेनों से रोजाना 2.40 करोड़ यात्री सफर करते हैं। इस नंबर की ट्रेनों में सभी तरह की मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। इसके अलावा रेलवे रोजाना करीब 9,141 मालगाड़ियां भी चलाता है। इनके जरिए देश के कोने-कोने से सामान पहुंचाया जाता है। रेलवे का दैनिक माल ढुलाई का आंकड़ा भी करीब 20.38 करोड़ टन है। मालगाड़ियाँ और यात्री गाड़ियाँ मिलकर प्रतिदिन लगभग 67,368 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं।
पृथ्वी के आयतन को देखें तो देश में कुल रेलगाड़ियों की संख्या प्रतिदिन पृथ्वी से 5 गुना अधिक दूरी तय करती है। पृथ्वी की कुल लंबाई 12,713 किमी है, जबकि भारत में ट्रेनें प्रतिदिन 67,368 किमी की दूरी तय करती हैं। आईबीईएफ के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में अक्टूबर तक 3.61 अरब यात्रियों ने ट्रेन से यात्रा की है।
क्या है पड़ोसी मुल्क
पाकिस्तान का हालपड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के पास भी अच्छा रेल नेटवर्क है, लेकिन भारत के मुकाबले यह बहुत छोटा है। पाकिस्तान में रोजाना 228 मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें चलती हैं। यहां हर साल 6.5 करोड़ यात्री ट्रेन से सफर करते हैं।
कहां है सबसे बड़ा रेल नेटवर्क
अगर हम विशाल रेल नेटवर्क की बात करें तो दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क अमेरिका में है। यहां कुल 2,20,480 किलोमीटर रेलवे ट्रैक है। हालांकि, इसका इस्तेमाल ज्यादातर माल ढुलाई के लिए किया जाता है। दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क चीन का है, जहां 1,50,000 किमी का ट्रैक बिछाया गया है। इसके बाद रूस का नंबर आता है। इस देश में भी कुल 85,600 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं।